राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल, बसे श्रमिकों के लिए वरदान बनकर आयी
जयपुर, 28 मई। कोरोना महामारी की
वजह से देशव्यापी लॉकडाउन के चलते फंसे हुए श्रमिकों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए
राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल बसें वरदान बनकर आई है।
नई दिल्ली के अखिल भारतीय
आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में लॉकडाउन से पहले अपनी मां के साथ आंख का इलाज करवाने
आई छोटी बच्ची चंचल पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से एम्स के नजदीक धर्मशाला में बड़ी विपरीत
परिस्थितियों में गुजारा कर रही थी। जब उन्हें यह पता चला कि राजस्थान सरकार द्वारा
दिल्ली से फंसे हुए श्रमिकों और अन्य मजबूर लोगों को निकालने के लिए श्रमिक स्पेशल
बसें चलाई जा रही है तो उन्होंने किसी के सहयोग से राजस्थान सरकार के ऑनलाइन पोर्टल
पर रजिस्ट्रेशन करवाया। उसी डाटा से मिले फोन नंबर से जब चंचल की मां को संपर्क स्थापित
कर आज श्रमिक स्पेशल बस से बांरा, राजस्थान भेजने की व्यवस्था की गई तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं
रहा।
चंचल की मां ने बताया
कि लॉक डाउन की वजह से हम एम्स से छुट्टी मिलने के बाद भी घर नहीं जा सके और हमारे
पास यहां रहने की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए हम पिछले करीब 2 महीने से एम्स के नजदीकी
धर्मशाला में गुजर बसर कर रहे थे, यहां पर खाने और रहने की बहुत दिक्कतों के साथ-साथ बच्चे की दवाइयों
के लिए भी हमारे पास पैसे नहीं बचे, ऐसे वक्त में अब हम राज
सरकार की निशुल्क श्रमिक स्पेशल बस से हमारे घर जा रहे हैं इसकी हमें बहुत खुशी है।
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