भरतपुर जिले में गरीबों के राहत देने के लिये मनरेगा में अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करावें - खेल राज्य मंत्री
जिला प्रभारी मंत्री ने वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग
के माध्यम से भरतपुर जिले में कोविड-19 रोकथाम
के इंतजामों की समीक्षा की
जयपुर, 9 मई।
युवा एवं खेल राज्य मंत्री एवं भरतपुर जिला प्रभारी मंत्री श्री अशोक चांदना ने जिले
में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के उपाय, लॉकडाउन
संबंधी कार्ययोजना एवं गर्मी के मौसम को देखते हुये विद्युत एवं जलापूर्ति को लेकर
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की।
जिला प्रभारी मंत्री ने बैठक के दौरान कहा
कि भरतपुर जिले की सीमा तीन राज्यों से लगी होने के कारण यहॉ कोविड-19 की संक्रमण की रोकथाम का कार्य और भी चुनौतिपूर्ण
है जिसे जिला प्रशासन ,पुलिस एवं चिकित्सकों की टीम बखूबी अंजाम
दे रही है। उन्होंने जिले में अब तक मिले कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों, स्वस्थ्य हो चुके मरीजों तथा उपचाराधीन मरीजों
के बारे में जानकारी ली और जिस पर उन्हें अवगत कराया गया कि जिले में अब तक 116 कोविड-19 संक्रमित
रोगी मिले हैं जिनमें से 105
रोगियों की जॉच रिपोर्ट
निगेटिव आ चुकी है। बैठक के दौरान उन्होंने जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने
के लिये दवाईयां, मास्क, ग्लब्ज, हैण्ड सैनिटाईजर तथा पीपीई किट की पर्याप्त
उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
जिला प्रभारी मंत्री ने लॉकडाउन के कारण
ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के राहत देने के लिये मनरेगा में अधिक से अधिक श्रमिकों
को रोजगार देने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में प्रत्येक ग्राम पंचायत का वार्षिक
प्लान तैयार करने तथा आगामी दिनों में गत वर्ष की भांति काम मांगों अभियान के आधार
पर लोगों को मनरेगा में रोजगार देने के निर्देश दिये। उन्होंने मनरेगा श्रमिकों का
मानदेय भी समय पर भुगतान करने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने प्रभारी
मंत्री को अवगत कराया कि जिले में नरेगा श्रमिकों की संख्या बढकर 22 हजार 442 हो
गई है जिसे लगातार मॉनिटरिंग कर और बढाया जा रहा है।
जिला प्रभारी मंत्री ने पेयजल आपूर्ति की
तैयारियों के बारें में निर्देशित किया कि लॉकडाउन के दौरान तथा गर्मी के दिनों में
भरतपुर का एक भी व्यक्ति पेयजल से वंचित नहीं रहना चाहिये। उन्होंने विभिन्न जलस्रोतों, पेयजल आपूर्ति योजनाओं, टैंकरों द्वारा पेयजलापूर्ति, जनता जल योजना में संचालित हैण्डपम्प, ट्यूबवैल तथा विभिन्न जलस्रोतों की विस्तार
से जानकारी ली। उन्होंने टैंकरों द्वारा पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग हेतु ग्राम स्तरीय
कमेटी बनाने एवं प्रभावी मॉनिटरिंग तथा वर्तमान में बन्द पडी 69 जनता जल योजनाओं को अगले सात दिवस में चालू
कराने की योजना बनाने को कहा।
जिला प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि
गर्मीयों के दिनों में बिजली की सिंगल फेस आपूर्ति में कटौति नहीं होनी चाहिये। जिला
कलक्टर ने उन्हें अवगत कराया कि पिछले दिनों आये आंधी-तूफान के बाद 48 घण्टे में 76 गॉवों की विद्युत आपूर्ति सुचारू की गई।
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