कृषि विभाग एवं टिड्डी चेतावनी संगठन के समन्वित प्रयास से 61 हजार हेक्टर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण - कृषि मंत्री
जयपुर, 26 मई।
कृषि विभाग एवं टिड्डी चेतावनी संगठन के समन्वित प्रयास से प्रदेश में प्रभावी टिड्डी
नियंत्रण किया जा रहा है। अब तक 61
हजार हेक्टर से अधिक क्षेत्र
में टिड्डी नियंत्रण किया जा चुका है।
कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने बताया
कि जहां भी टिड्डी दल आने की सूचना मिल रही है वहां तुरन्त पहुंचकर टिड्डी नियंत्रण
कार्य किया जा रहा है। राज्य में 83
हजार 647 हेक्टर में सर्वे कर 252 स्थानों पर 61 हजार 725 हैक्टर
क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया है। उन्होंने बताया कि जैसलमेर जिले में 4709, श्रीगंगानगर में 3435, जोधपुर में 7 हजार 235, बाडमेर
में 8 हजार 935, नागौर
में 5 हजार 485, पाली
में 240, अजमेर में एक हजार 870, बीकानेर में एक हजार 224, भीलवाड़ा में एक हजार 180, जालोर में 830, उदयपुर में 565, चूरू में 575, सिरोही में 480, प्रतापगढ़ में 370, चित्तौड़गढ़ में 1150, दौसा में 585, झालावाड़ में 205. सीकर में 665, जयपुर में 265 एवं करौली जिले में 25 हेक्टर में नियंत्रण किया गया है।
श्री कटारिया ने बताया कि टिड्डी चेतावनी
संगठन, जोधपुर एवं टिड्डी नियंत्रण वृत्त की ओर
से उच्चीकृत पौध संरक्षण उपकरणों से 40 हजार
28 हेक्टर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण करने
के लिये 39 हजार 101 लीटर
मैलाथियान 96 प्रतिशत यूएलवी उपयोग में ली गई है। कृषि
विभाग की ओर से 21 हजार 697 हेक्टर
में 8 हजार 463 लीटर
पौध संरक्षण रसायन का अ कृषि क्षेत्र में एवं 3 हजार
46 काश्तकारों की ओर से कृषि क्षेत्र में उपयोग
कर टिड्डी नियंत्रण किया गया। पौध संरक्षण रसायन की वास्तविक लागत या अधिकतम एक हजार
रुपए प्रति हेक्टर की दर से अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने बताया कि टिड्डियों के सर्वेक्षण
में 120 एवं नियंत्रण के लिए 45 वाहन तथा 800 ट्रेक्टर माउन्टेड स्प्रेयर एवं 3 हजार 200 वाटर
टेंकर मय ट्रेक्टर की स्वीकृति जारी की जा चुकी है।
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