राजस्थान स्ट्राइड कान्फ्रेंस वेबिनार 30 एवं 31 मई को होगी
भारत सरकार के 3 सचिव एवं विशेषज्ञ कान्फ्रेंस को संबोधित
करेंगे
वेबिनार में विज्ञान, तकनीक, शोध, नवाचार, डिजाइन एवं उद्यमिता पर चर्चा होगी
जयपुर, 28 मई। शासन सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्रीमती
मुग्धा सिन्हा ने बताया कि राजस्थान स्ट्राइड (STRIDE) कान्फ्रेंस वेबिनार का आयोजन 30 एवं 31 मई
को प्रातः 10:00 बजे से किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस में विज्ञान एवं तकनीकी, बौद्धिक सम्पदा अधिकार, वैज्ञानिक पत्रकारिता, उद्यमिता, नवाचार, शोधार्थियों के लिए शोध संस्थानों में उपलब्ध
अवसर आदि विषयों पर नीति निर्धारकों, वैज्ञानिकों, तकनिकीविदों, वैज्ञानिक पत्रकारों के द्वारा व्याख्यान
दिये जायेंगे।
श्रीमती सिन्हा ने बताया कि स्ट्राइड वेबिनार
के माध्यम से विज्ञान,
तकनीक, शोध, नवाचार, डिजाइन एवं उद्यमिता को ध्यान में रखते हुए
विशेषज्ञों द्वारा इस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि कोविड़-19 महामारी से वैश्विक परिवर्तन के कारण वर्तमान
समय में विज्ञान एवं उससे जुड़े नवाचारों, तकनीक
से उद्यमिता विकास को किस प्रकार आगे ले जा सकते है, पर
विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाएगी।
उन्होंने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
विभाग, भारत सरकार के सचिव प्रो.आशुतोष शर्मा विज्ञान
एवं तकनीकी सत्र पर तथा बायोटेक्नोलोजी विभाग की सचिव डॉ. रेणु स्वरूप भारत में जैव प्रौद्योगिकी
में नवाचार विषय पर चर्चा करेंगी। इसी प्रकार उद्योग आतंरिक व्यापार संवर्धन विभाग
के सचिव डॉ. गुरूप्रसाद महापात्रा स्टार्टअप्स, बौद्धिक
संपदा के क्षेत्र में प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे एवं उनके लिए उपलब्ध संभावनाओं
पर विचार व्यक्त करेंगे।
श्रीमती सिन्हा ने बताया कि आई.आई.टी. जोधपुर
के निदेशक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों द्वारा स्टार्टअप्स एवं नवाचार को बढ़ावा देने
के लिए तकनीकी सत्र में व्याख्यान देंगे। राज्य नवप्रर्वतन प्रतिष्ठान के निदेशक डॉ.
विपिन कुमार ग्रास रूट इनोवेटर्स,
स्कूल के विद्यार्थियों, तकनिकी शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध
अवसरों के बारे में बतायेंगे।
कान्फ्रेंस वेबिनार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
विभाग, भारत सरकार में वरिष्ठ वैज्ञानिक रश्मि शर्मा
शोधार्थियों के लिए प्रारम्भ किये गये ‘‘अवसर’’ कार्यक्रम के बारे में शोधार्थियों से चर्चा
करेंगी। भारतीय विज्ञान अकादमी,
बैंगलुरू एवं भारतीय राष्ट्रीय
युवा वैज्ञानिक अकादमी के प्रमुख विज्ञान अकादमियों के माध्यम से शोधार्थियों को मिलने
वाले अवसर पर चर्चा करेंगे।
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