22 ट्रेनों से 24520 लोगों को गृह स्थान भेजा, 4646 यात्री राजस्थान आए
कुल 3 लाख 53 हजार प्रवासी राजस्थान आए, एक लाख से अधिक गए
जयपुर,
10 मई। मुख्यमंत्री श्री
अशोक गहलोत की पहल पर लॉकडाउन के कारण फंसे हुए श्रमिकों एवं प्रवासियों को विशेष ट्रेनों
से अपने गृह स्थान पहुंचाने के प्रयास अब और तेज हो गए हैं। राज्य सरकार द्वारा लगातार
किए जा रहे प्रयासों के बाद विभिन्न राज्यों ने रेल परिवहन के लिए सहमति व्यक्त कर
दी है। अब तक प्रदेश से 22 ट्रेनों के माध्यम से 24 हजार 520 लोगों को अपने-अपने गृह
स्थान पर भेज दिया गया है। इसी तरह 4 ट्रेनों से 4646 यात्री राजस्थान आए हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग श्री सुबोध अग्रवाल ने बताया कि कोटा
से करीब 13 ट्रेनों से 14 हजार 823 विद्यार्थियों को बिहार एवं 1898 विद्यार्थियों
को झारखण्ड भेजा गया है। इसके अलावा सात ट्रेनों से 7636 श्रमिकों को बिहार एवं झारखण्ड
के विभिन्न जिलों में भेजा गया है। इनका सम्पूर्ण किराया राज्य सरकार ने वहन किया है।
इसी तरह अजमेर में फंसे 1186 जायरीनों को लेकर एक ट्रेन पश्चिम बंगाल भेजी गई है। आबू
रोड से 616 ब्रह्मकुमारियों को ट्रेन से विशाखापट्टनम, आंध्रप्रदेश तथा अजमेर से 259 जायरीनों को
बिहार रवाना किया गया है।
18 मई तक इन स्थानों से आएंगी ट्रेन
उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों में फंसे राजस्थान के श्रमिकों, प्रवासियों और अन्य लोगों को भी लाए जाने
के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अन्य राज्यों से राजस्थान आने वाली ट्रेनों के
संचालन की सूचना प्राप्त होते ही जिला कलेक्टर को भारतीय रेलवे से समन्वय स्थापित करने
के निर्देश दिए हैं। राजस्थान आने वाले यात्रियों के लिए अब तक तेलंगाना से जयपुर, पाली, जोधपुर
एवं जालोर, आंधप्रदेश के विशाखापट्टनम से जालोर, विजयवाड़ा से बाड़मेर, नैल्लोर से नागौर, कुरनूल से सिरोही एवं जोधपुर, रांची से जयपुर, महाराष्ट्र के कोल्हापुर से नागौर, सतारा से जयपुर एवं पुणे से राजस्थान के
लिए 13 ट्रेन संचालित करने की सहमति प्राप्त हो गई है। जल्द ही इन ट्रेनों का शेड्यूल
निर्धारित कर सूचित किया जाएगा।
इन स्थानों के लिए जाएंगी ट्रेन
श्री अग्रवाल ने बताया कि 11 मई को कोटा से विद्यार्थियों को लेकर
बिहार के सिवान के लिए रात 8 बजे तथा समस्तीपुर के लिए 10 बजे ट्रेन रवाना होंगी। इसी
तरह उदयपुर से गोरखपुर एवं बिहार,
जालोर से उत्तर प्रदेश
के लिए रात 10 बजे ट्रेन रवाना होंगी। उन्होंने बताया कि 12 मई तो निवाई, टोंक से बिहार के कटिहार एवं जयपुर से उत्तर
प्रदेश के बलिया के लिए शाम 6 बजे ट्रेन रवाना होंगी। इसी प्रकार 14 मई को जयपुर से
गोरखपुर, 16 मई को जयपुर से कानपुर तथा 18 मई को जयपुर
से लखनऊ के लिए ट्रेन रवाना होंगी। महाराष्ट्र के कोल्हापुर से नागौर के लिए ट्रेन
की सहमति प्राप्त हो गई है,
जल्द ही इसका शेड्यूल
जारी कर दिया जाएगा।
श्री अग्रवाल ने बताया कि इन ट्रेनों में भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डों एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना पूरी तरह सुनिश्चित की जा रही है। यात्रा के दौरान यात्रियों को मास्क एवं सैनिटाइजर दिया जा रहा है। ट्रेनों को सैनिटाइज किया जा रहा है। सभी यात्रियों के लिए भोजन एवं पानी की व्यवस्था की जा रही है। राजस्थान में फंसे श्रमिकों की यात्रा का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक करीब 3 लाख 53 हजार प्रवासी एवं श्रमिक अन्य राज्यों से राजस्थान आ चुके हैं, जबकि करीब 1 लाख 9 हजार प्रवासी एवं श्रमिक दूसरे राज्यों में गए हैं। इसी तहर विदेशों में फंसे करीब 32 राजस्थानी भारत आ चुके हैं।
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