केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश : विदेश से आने वाले प्रवासियों का भुगतान आधार पर 14 दिवसीय क्वारंटाइन अनिवार्य, परिजनों से मिलने की भी मनाई - एसीएस,उद्योग
- एयरपोर्ट पर सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद, चाय, काफी, पानी निःशुल्क उपलब्ध
जयपुर, 23 मई।
केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विदेश से आने
वाले प्रवासियों को उनके द्वारा भुगतान आधार पर 14 दिन
के क्वारंटाइन पर अनिवार्य रूप से रखा जाएगा।
एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने
बताया कि विदेश से आने वाले सभी यात्रियों द्वारा वहां से रवाना होने से पहले इस
पर सहमति दी जाती है। उन्होंने बताया कि क्वारंटाइन अवधि पूरा होने पर स्वयं के
भुगतान आधार पर कोरोना टेस्ट होगा और उसकी निगेटिव रिपोर्ट आने पर घर जाने की
अनुमति दी जाएगी। उन्होंने प्रवासियों के परिजनों से आग्रह किया कि वे प्रक्रिया
में सहयोग करे और एयरपोर्ट व क्वारंटाइन सेंटर नहीं आएं।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को
लंदन से आई फ्लाइट के एक बच्चे सहित सभी 149 प्रवासी
यात्रियों को उनके द्वारा दिए गए सहमति पत्र और चयनित होटल में ही क्वारंटाइन पर
रखने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि संस्थागत क्वारंटाइन के लिए तीन
श्रेणियों स्टैण्डर्ड,
मीडियम और हाई श्रेणी
के होटल्स निर्धारित है, जिसमें से आने वाले यात्री को स्वयं चयन करने का मौका
दिया गया है। उन्होंने बताया कि विदेश से आने वाले सभी प्रवासी यात्रियों के लिए
केन्द्र द्वारा जारी गाईड लाईन के अनुसार एयरपोर्ट पर आवश्यक व्यवस्थाएं करने के
साथ ही होटलों की व्यवस्था की गई है।
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार ही विदेश से आने वाले प्रवासियों
के परिजनों से भी आग्रह किया गया है कि वे एयरपोर्ट व क्वारंटाइन वाले स्थानों पर
मिलने के लिए ना आकर सरकार व प्रशासन को सहयोग करे।
सीएमडी आरवीपीएनएल श्री दिनेश कुमार ने
बताया कि एयरपोर्ट पर केन्द्र द्वारा जारी एडवाइजरी की सख्ती से पालना सुनिश्चित
की जा रही है। फ्लाइट के आते ही यात्रियों को 20-20 की
संख्या में लाते हुए उनका और उनके लगेज आदि को सेनेटाइज करने के साथ ही मेडिकल टीम
द्वारा थर्मल स्केनिंग,
मेडिकल चेकअप, इमीग्रिएशन क्लियरेंस, आदि करवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इमीग्रेशन कलेक्शन के
बाद सीआईएसएफ द्वारा नियुक्त अधिकारियों द्वारा
लगेज व कस्टम क्लियरेंस के लिए ले जाया जाया जाता है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों
द्वारा यात्रियों द्वारा 14
दिन के लिए चुने गए
क्वारंटाइन सेंटर होटल में बस या अन्य वाहन से भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंस व प्रोटोकॉल की पालना में समय लगना स्वाभाविक है।
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