राजस्थान रीवाइवल समिट : पर्यटन सेक्टर को फिर से जीवंत करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत - पर्यटन मंत्री
जयपुर, 27 अप्रेल। राजस्थान सरकार के पर्यटन
मंत्री श्री विश्वेंद्र सिंह ने आज मीटिंग के दौरान कहा कि यह असाधारण समय है और
हमें पर्यटन सेक्टर को फिर से जीवंत करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।
जयपुर में पर्यटन भवन में आज 'राजस्थान
रीवाइवल समिट' में
संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा। बैठक में वैश्विक महामारी और कोरोना के
बाद के समय में राजस्थान में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए विविध सुझाव रखे
गए। पर्यटन मंत्री ने बैठक में विभिन्न टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स के साथ विचार-विमर्श
किया। इस बैठक में राजसमंद सांसद, दीया कुमारी जो की संसद पर्यटन सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं
उपस्थित थीं। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सभी दलों को मिलकर काम करना होगा।
पर्यटन मंत्री ने आगे कहा कि राजस्थान
को घरेलू पर्यटकों के लिए पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने के लिए एक
आक्रामक विपणन अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक, वन्य जीवन और एडवेंचर पर्यटन पर ध्यान
केंद्रित करने के लिए नए सर्किट पर काम करना होगा। पैलेस ऑन व्हील्स, जिसमें 98 प्रतिशत विदेशी यात्री होते थे, अब घरेलू पर्यटकों पर भी ध्यान केंद्रित
करेंगे। उनके हिसाब से इसमें बदलाव भी किया जाएगा। मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि
विभाग की वेबसाइट को नए सिरे से बनाया जाना चाहिए और सोशल मीडिया को और अधिक नवीन
और रचनात्मक बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग में स्वास्थ्य और
स्वच्छता के मुद्दों को लेकर एक समिति बनाई गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताए गए
विभिन्न स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन किया जाए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
प्रशंसित कालबेलिया नर्तक, गुलाबो
द्वारा दिए गए एक सुझाव पर, मंत्री
ने जवाब दिया कि शिल्पकारों और लोक कलाकारों पर इस समय ध्यान देने की जरूरत है और
उनके लिए भी एक पैकेज तैयार किया जाएगा।
राजसमंद सांसद और पर्यटन की संसद
सलाहकार समिति की सदस्य दीया कुमारी ने कहा कि बिजली के लिए निर्धारित चार्जेज पर
इस समय पुनर्विचार करने की जरूरत है। औद्योगिक दरों को लगाया जाना चाहिए। उन्होंने
कहा कि पर्यटन विभाग को प्रमुख अखबारों और चैनलों के माध्यम से एक सक्रिय विज्ञापन
अभियान शुरू करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि पैलेस ऑन व्हील्स
को निजी संग्रहालयों और स्मारकों के साथ जोड़ा जाए। इससे उन्हें बढ़ावा भी मिलेगा।
उन्होंने लॉकडाउन हटाए जाने के बाद आने वाले पर्यटकों के लिए एक उचित स्वास्थ्य
दिशा-निर्देश तय करने पर भी जोर दिया।
इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (IHHA)
और फेडरेशन ऑफ
हॉस्पिटेलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (FHTR) के प्रतिनिधि रणधीर विक्रम सिंह ने कहा
कि पर्यटकों के लिए एक टोल-फ्री नंबर होना चाहिए ताकि उन्हें राज्य के बारे में
तत्काल जानकारी मिल सके। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि फिल्म शूटिंग एक और
संभावित क्षेत्र है जिसमें सरकार को शुल्क माफ करने और शूटिंग को आसान बनाने के
लिए आवश्यक अनुमति देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जयपुर में एक डोमेस्टिक
टूरिज्म मार्ट का आयोजन किया जाना चाहिए जिसमें ट्रैवल एजेंटों को सम्पूर्ण राज्य
में फैमिलीराइजेशन टूयर कराया जाना चाहिए।
बैठक में दिए गए अन्य सुझावों में होटलों के लिए
जीएसटी दरों, जीएसटी दरों में कमी, स्वच्छता
में सुधार पर चर्चा की गई। बैठक में होटल व्यवसायी, प्रदीप
सिंह (रॉयल हेरिटेज हवेली) और राघवेंद्र सिंह (समोद होटल); प्रमुख लक्जरी होटल श्रृंखलाओं के महाप्रबंधक, अभिषेक शर्मा (ट्रायडेंट, जयपुर)
और अंकुश महाजन (ओबेरॉय राजविलास, जयपुर); संरक्षणवादी, रश्मि
डिकिंसन और एडवर्ड डिकिन्सन; यात्रा
लेखक, तृप्ति पांडे; प्रदीप
बोहरा (जी.एम. - द पैलेस ऑन व्हील्स) और जगत राठौड़ (मेहरानगढ़ संग्रहालय ट्रस्ट, जोधपुर के प्रतिनिधि) शामिल थे। पर्यटन विभाग के
अधिकारियों में संजय पांडे (अतिरिक्त निदेशक), मनीषा
अरोड़ा (अतिरिक्त निदेशक) और अनिल राठौड़ (डिप्टी डायरेक्टर) भी उपस्थित थे।
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