क्वारेंटाइन सजा नहीं सुरक्षा है, आमजन करें अनुशासन का पालन - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर, 13 अप्रेल। चिकित्सा
एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि क्वारेंटाइन सजा नहीं सुरक्षा है। आमजन
इसका अनुशासन के साथ पालन करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टर्स
को भी क्वारेंटाइन के दौरान समय पर ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर देने के साथ
अलग-अलग कमरे (लेट-बाथ सहित) उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि खांसी-जुकाम
या कोरोना के किसी भी लक्षण पाए जाने के बाद सेल्फ क्वारेंटाइन रहकर कोरोना पर आसानी
से लगाम लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध और कोरोना पॉजीटिव के लिए क्वारेंटाइन
रिकवरी पीरियड होता है, इसमें जितनी सावधानी बरती जाए उतना ही फायदा
मरीज को मिलता है।
22 फीसदी
से
ज्यादा मरीज हुए पॉजीटिव से नेगेटिव
डॉ. शर्मा ने कहा कि भले
ही प्रदेश के 25
जिलों
तक कोरोना पहुंच गया और संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है लेकिन एक सुखद बात यह भी
है अब तक 133
लोग
पॉजीटिव से नेगेटिव हो चुके हैं। इनमें से 63 लोगों को तो डिस्चार्ज
भी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए यह फख्र की बात है कि कुल संक्रमितों
से 22
फीसद
से ज्यादा मरीज उपचार के बाद पॉजीटिव से नेगेटिव भी हो चुके हैं।
कोरोना के कुचक्र को तोड़ने
के लिए ज्यादा सैंपलिंग जरूरी
चिकित्सा मंत्री ने कहा
कि प्रदेश में हालात पूर्णतया नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि रामगंज में कोरोना
के कुचक्र को तोड़ने के लिए रूटिन सैंपलिंग के अलावा क्लसटर मैनेजमेंट सैंपलिंग भी की
जा रही है। सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग पर है। जितने ज्यादा टेस्ट होंगे
उतना ही जल्दी हालात का आकलन कर काबू पाया जा सकेगा।
आमजन अनुशासन में रहे
उन्होंने आमजन से प्रशासन
का पूर्ण सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि भीलवाड़ा में हम इसलिए कामयाब हो सके क्योंकि
वहां के प्रशासन,
चिकित्सा
विभाग और पुलिस का जनता ने हर कदम पर साथ दिया। लॉकडाउन या कर्फ्यू के
दौरान आमजन बिलकुल घर से ना निकलें। सरकार इस दौरान राशन, दूध व अन्य सुविधाएं उनके
घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि आमजन अनुशासन में रखकर सोशल
डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तो हम इस महामारी को जल्द हरा सकेंगे।
बयानबाजी नहीं, काम करने का समय
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