खाद्य मंत्री ने चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर मांगा मजदूरों के लिए संरक्षण, चार राज्यों में फंसे हैं करौली जिले के हजारों मजदूर, लॉकडाउन बढऩे से और बढ़ी मुसीबत
जयपुर, 14 अप्रेल। कोरोना
महामारी से बचाव के लिए देश भर में चल रहे लॉकडाउन ने मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का
बडा संकट खडा कर दिया है। दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की और भी अधिक हालत खराब
है। करौली जिले के भी एक हजार से ज्यादा संख्या में मजदूर चार राज्यों में फंसे हुए
हैं,
जिन्हें
रोजी-रोटी के बडे संकट का सामना करना पड़ रहा है। इन मजदूरों को उचित एवं तत्काल संरक्षण
दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के खाद्य, नागरिक एवं आपूर्ति मंत्री
रमेश चंद मीना ने चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र प्रेषित किया है।
खाद्य मंत्री रमेश चंद
मीना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री
बीएस येडी युरप्पा, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन एवं तमिलनाडु
के मुख्यमंत्री के पलानी स्वामी को अलग-अलग पत्र भेजकर करौली जिले के मजदूरों को उचित
संरक्षण दिए जाने की मांग की है।
खाद्य मंत्री मीना ने
उल्लेख किया है कि महाराष्ट्र के चन्द्रपुर, सांगली, पूणे, मुंबई, केरल के मल्लपुरम, पलक्काड, कासरगोड, तमिलनाडू के चेन्नई, कॉयमबटूर एवं कर्नाटक
के कई शहरों में करौली जिले के मजदूर फंसे हुए हैं, जिनकी संख्या एक हजार
से ज्यादा है। उन्होंने बताया कि बीते 21 दिनों के लॉकडाउन में
मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पडा था और अब लॉकडाउन तीन मई तक बढा दिए
जाने से मजदूरों की मुसीबत और अधिक बढ़ गई है।
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