राज्य के 25 लाख किसानों को मिलेगा 16 हजार करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण, वर्ष 2020-21 में खरीफ एवं रबी में वितरित होगा सहकारी फसली ऋण, 16 अप्रेल से खरीफ फसली ऋण वितरण होगा प्रारंभ
जयपुर, 13 अप्रेल। सहकारिता मंत्री
श्री उदय लाल आंजना ने बताया कि प्रदेश के 25 लाख किसानों को वर्ष 2020-21 में 16 हजार करोड़ रुपये का ब्याज
मुक्त अल्पकालीन फसली ऋण का वितरण किया जायेगा। उन्होंने बताया खरीफ सीजन में ऋण वितरण
की शुरूआत 16
अप्रेल
से शुरू की जाएगी।
श्री आंजना ने बताया कि
10
हजार
करोड़ रुपये खरीफ सीजन में तथा 6 हजार करोड़ रुपये रबी सीजन में वितरित किया
जायेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष किसानों को खरीफ फसली ऋण के तहत 25 प्रतिशत तक फसली ऋण बढ़ाकर
दिया जायेगा।
उन्होंने
बताया कि इस वर्ष भी 3 लाख नए किसानों को फसली ऋण से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत कोरोना महामारी के दौरान
लाकडाउन के चलते किसानों को उनके कृषि कार्यो मे कम से कम परेशानी हो इसके लिए उनके
हित में निरन्तर फैसले ले रहे है।
सहकारिता मंत्री ने बताया
कि केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा वितरित होने वाला अल्पकालीन फसली ऋण खरीफ सीजन में
1
अप्रेल
से 31
अगस्त
तक तथा रबी सीजन में 1 सितम्बर से 31 मार्च तक किसानों को वितरित
किया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते देश भर में 14 अप्रेल तक लाकडाउन होने
के कारण ऋण वितरण 16 अप्रेल से प्रारंभ किया जायेगा।
प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता श्री नरेश पाल
गंगवार ने बताया कि फसली ऋण वितरण के दौरान यथासम्भव पैक्स/लैम्पस स्तर पर ही कार्य
संपादित करने के निर्देश सीसीबी के प्रबंध निदेशकों को दे दिए गए है। इसी प्रकार सभी पैक्स/लैम्पस
को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि बैंक शाखाओं एवं पैक्स/लैम्पस में सोशल डिस्टेंसिंग
की पालना की जाए। उन्होंने बताया कि 16 अप्रेल से वितरित हो रहे
फसली ऋण के लिए 15
अप्रेल
से ही सीबीएस एवं आईएफएस सिस्टम शुरू हो जाएगा।
खरीफ में इन जिलों में
वितरित होंगे 10 हजार करोड़
प्रबंध निदेशक एपेक्स
बैंक श्री इंदरसिंह ने बताया कि खरीफ सीजन में केन्द्रीय सहकारी बैंक श्रीगंगानगर सर्वाधिक
700
करोड़
रुपये का
ऋण
वितरित करेगा जबकि हनुमानगढ़ 630 करोड़ रुपये, बाड़मेर 600 करोड़ रुपये, जयपुर 570 करोड़ रुपये, पाली 500 करोड़ रुपये, सीकर 470 करोड़ रुपये, जोधपुर एवं चित्तौड़गढ़
460-460
करोड़
रुपये,
जालोर
450
करोड़
रुपये,
भीलवाड़ा
430
करोड़
रुपये,
झालावाड़
410
करोड़
रुपये,
झुन्झुनूं
350
करोड़
रुपये,
नागौर
एवं कोटा 340-340
करोड़
रुपये,
अलवर
330
करोड़
रुपये,
अजमेर
310
करोड़
रुपये तथा भरतपुर 300 करोड़ रुपये का अल्पकालीन ऋण वितरण सदस्य
कृषकों को करेगा।
इसी प्रकार से केन्द्रीय सहकारी बैंक सवाईमाधोपुर 290 करोड़ रुपये, बीकानेर
एवं चुरू 240-240
करोड़ रुपये, दौसा, उदयपुर एवं बूंदी 220-220 करोड़ रुपये, बारां
200 करोड़ रुपये, जैसलमेर
180 करोड़ रुपये, सिरोही
170 करोड़ रुपये, बांसवाड़ा
150 करोड़ रुपये, डूंगरपुर
120 करोड़ रुपये तथा टोंक 100 करोड़
रुपये का ब्याज मुक्त सहकारी फसली ऋण देगा।
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