विशेषज्ञ चिकित्सकों, चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, कोरोना पीड़ितों की मदद में जुटे चिकित्साकर्मी स्वयं भी सुरक्षित रहें - मुख्यमंत्री
जयपुर, 28 मार्च।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 महामारी
पूरे विश्व के सामने एक चुनौती है और हमारा लक्ष्य है कि राजस्थान इससे निपटने के लिए
दुनिया में सबसे बेहतर काम करे। उन्होंने प्रदेश के सभी डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों
को धन्यवाद दिया कि वे पूरे जी-जान से कोरोना के संक्रमण से प्रभावित लोगों की पहचान
करने और उनका इलाज करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना पीड़ितों की मदद के क्रम
में सभी चिकित्साकर्मी स्वयं भी सुरक्षित रहें।
श्री गहलोत ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास
से जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) और विशेषज्ञों डॉक्टरों
के सलाहकार दल के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि कोरोना पीड़ितों का सही समय
पर इलाज और बचाव के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों की पूरी तरह से पालना करके ही इस
जंग को जीता जा सकेगा। उन्होंने लगातार काम कर रहे चिकित्सकों तथा अन्य कर्मियों को
नियमित अंतराल पर विश्राम देने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भीलवाड़ा जिले तथा
जयपुर के रामगंज क्षेत्र में संक्रमण की स्थिति पर संबंधित सीएमएचओ से विस्तृत जानकारी
ली और कहा कि ये क्षेत्र पूरे देश के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। इसलिए यहां काम
कर रहे चिकित्साकर्मियों की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है कि वे सभी संदिग्ध संक्रमित
व्यक्तियों की पहचान करें और उन्हें समुचित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराएं।
श्री गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न मेडिकल
कॉलेजों में कोविड-19
से निपटने के लिए की गई
तैयारियों, उपलब्ध संसाधनों, आईसोलेशन बेड तथा जांच केन्द्रों की स्थिति
पर भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमें भविष्य में किसी भी स्थिति से निपटने
के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा,
जिसके लिए राज्य सरकार
सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक कोरोना संक्रमण सामुदायिक
स्तर पर नहीं फैला है,
लेकिन हमें इससे निपटने
में कोई कसर नहीं रखते हुए जिला अस्पतालों तथा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों
तक डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण और संसाधन देने की व्यवस्था करनी
चाहिए।
विशेषज्ञों डॉक्टरों ने कहा कि कोरोना संक्रमण
के खिलाफ फील्ड में जुटे चिकित्साकर्मियों के लिए आवश्यक उपकरण एवं नियमित रूप से अवकाश
आदि की व्यवस्था कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। साथ ही, अस्पतालों को इस संक्रमण के फैलाव के केन्द्र
बनने से रोकने के लिए विशेष दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए। उन्होंने जांच किट और
जीवन रक्षक उपकरणों सहित सभी चिकित्सकीय संसाधनों का समुचित इस्तेमाल करने के लिए भी
कई सुझाव दिए। विशेषज्ञों ने कहा कि अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को कोरोना संक्रमण
से बचाव के लिए इसका इलाज अलग अस्पतालों में किया जाना चाहिए।
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